शेयर बाजार से कमाने के लिए जरूरी अकाउंट:
भारत समेत दुनिया भर के करोड़ों लोग शेयर बाजार से अपना खजाना भर रहे हैं। आप भी अगर शेयर बाजार में पैसा निवेश करके पैसा कमाना चाहते हैं, तो सबसे पहले जान लें कि इसके लिए आपको तीन तरह के अकाउंट की जरूरत होगी- पहला, सक्रिय बैंक सेविंग्स अकाउंट, दूसरा, डीमैट अकाउंट और तीसरा, ट्रेडिंग अकाउंट। ये तीनों अकाउंट एक दूसरे से जुड़े रहते हैं।
बैंक सेविंग्स अकाउंट किसी बैंक में खुलवाना होगा, लेकिन डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कहां खुलवाना होगा, ये जानना भी जरूरी है।
>डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट:
ट्रेडिंग अकाउंट– यह ऐसा अकाउंट है, जिसमें निवेशक या ट्रेडर के शेयर बेचने के बाद मिला पैसा या फिर शेयर खरीदने के लिए जरूरी पैसा जमा होता है। सबसे पहले निवेशक या ट्रेडर अपने ट्रेडिंग में पैसा जमा करते है। उसके बाद वे जिस शेयर को खरीदना या बेचना चाहते है, उन शेयर का दाम देखते है। इसके बाद वे उस शेयर के दाम के हिसाब से खरीदने या बेचने का ऑर्डर रखते है। यह ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई या एनएसई पर पहुंचता है। इस ऑर्डर का काउंटर ऑर्डर मिल जाए तो यह ऑर्डर कार्यान्वित हो जाता है। अगर शेयर खरीदने का ऑर्डर रखा गया था तो शेयर खरीदे जाते है। इसके पैसे लगने वाले टैक्स और चार्ज के साथ ट्रेडिंग अकाउंट में से कट जाते है और शेयर डीमैट अकाउंट में अगले कामकाजी दिन जमा हो जाते है। लेकिन अगर शेयर बेचने का ऑर्डर रखा होगा तो शेयर बेच दिए जाएंगे और उसका पैसा टैक्स और ब्रोकरेज काट कर ट्रेडिंग अकाउंट में जमा कर दिया जाएगा। इस तरह ट्रेडिंग अकाउंट काम करता है।
डीमैट अकाउंट– पहले शेयर पेपर फॉर्म में रहता था, लेकिन अब नियम बदल गया है। अब यह इलेक्ट्रॉनिक या डीमैटेरियलाइज्ड फॉर्म में रखा जाता है। डीमैटेरियलाइज्ड को ही संक्षेप में डीमैट कहते हैं। इस तरह शेयर को जिस अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखा जाता है, उसे डीमैट अकाउंट कहते हैं। शेयरों की खरीद-बिक्री के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है। डीमैट अकाउंट से म्युचुअल फंड, करंसी और कमोडिटी डेरिवेटिव्ज, एनसीडी, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, सरकारी प्रतिभूति यानी जी-सेक आईपीओ, एफपीओ, राइट्स इश्यू, ओएफएस बगैरह भी खरीद-बेच सकते हैं।
बैंक अकाउंट– शेयर बाजार में कारोबार के लिए आपके पास बैंक सेविंग्स अकाउंट भी होना जरूरी है, ताकि शेयर बेचने के बाद मिले पैसों का भुगतान किया जा सके या शेयर खरीदने के लिए पैसा निकाला जा सके। कंपनियां अपने निवेशकों को लाभांश भी उसी बैंक अकाउंट में जमा करती हैं। कई ब्रोकर्स तीनों अकाउंट की सुविधा अपने ग्राहकों को देते हैं।
>डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कहां खुलवाएं:
शेयर बाजार नियामक सेबी से पंजीकृत तीन तरह के शेयर ब्रोकर्स के यहां आप डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा सकते हैं। आप ये अकाउंट ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से खोल सकते हैं।
तीन तरह के शेयर ब्रोकर्स में पहला है, बैंकिंग आधारित ब्रोकरेज हाउस जैसे आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एचडीएफसी सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज, एक्सिस सिक्योरिटीज और एसबीआई कैपिटल। दूसरा है, सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकिंग हाउस जैसे- मोतीलाल ओस्वाल, शेयरखान, एंजेल वन आदि। और तीसरा है-डिस्काउंट ब्रोकर्स जैसे जेरोधा, 5 पैसा, सैम्को, अपस्टॉक्स।
>डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
आप डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खोल सकते हैं। बाजार रेगुलेटर सेबी और स्टॉक एक्सचेंज से मान्यताप्राप्त शेयर ब्रोकर्स के यहां ही डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाएं।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट ऑफलाइन कैसे खोलें:
1. सही डिपॉजिटरी सहभागी (डीपी) यानी शेयर ब्रोकर चुनें- सबसे पहले सही शेयर ब्रोकर को चुनें। अलग अलग शेयर ब्रोकर्स द्वारा पेशकश की जाने वाली सेवाओं और लाभों की तुलना कर अपने लिए सबसे सही शेयर ब्रोकर चुन सकते हैं।
2.आवेदन फॉर्म भरें- नया डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपको आवेदन फॉर्म भरना होगा। भरे हुए फॉर्म के साथ ही आपको केवाईसी दस्तावेजों जैसे पहचान प्रमाण, पता प्रमाण, पैन कार्ड, बैंक विवरण और आपके व्यक्तिगत विवरण की एक सूची जमा करनी हेगी।
3. सत्यापन प्रक्रिया- आपको डीमैट अकाउंट और अलग अलग कार्यों के संबंध नैतिक और कानूनी कारोबार सुनिश्चित करने और किसी भी संदेह को दूर करने के लिए नियमों और विनियमों की एक सूची दी जाएगी। शेयर ब्रोकर आपका और आपके केवाईसी दस्तावेजों का सत्यापन करेगा। आपको डीमैट अकाउंट खोलने से जुड़े जरूरी शुल्क का भुगतान करना होगा। शुल्क शेयर ब्रोकर की मौजूदा नीति पर निर्भर करता है। अलग-अलग शेयर ब्रोकर का शुल्क अलग अलग हो सकता है।
4. अंतिम अनुमोदन- दस्तावेज के सत्यापन हो जाने और सारी औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाएगा। आपको आपके अकाउंट के लिए अद्वितीय पहचान संख्या दी जाएगी।
डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोलें?
आप कंप्यूटर/लैपटॉप/टैब/स्मार्टफोन से आसानी से कुछ ही मिनटों में ऑनलाइन अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। इसके लिए
1. अपनी पसंदीदा डीपी या शेयर ब्रोकर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
2. डीमैट अकाउंट खोलने वाला फॉर्म ऑनलाइन भरें। फॉर्म में आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी जसे नाम, फोन नंबर और आवासीय शहर की जानकारी देनी होती है। इसके बाद आपको आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी मिलगा।
3. अगले फॉर्म पर जाने के लिए ओटीपी दर्ज करना होगा। अपने केवाईसी विवरण जैसे कि जन्म तिथि, पैन कार्ड विवरण, संपर्क विवरण, बैंक खाता विवरण भरें।
4. इतना करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाएगा। आपको आपके डीमैट अकाउंट नंबर और उससे जुड़े सभी विवरण की जानकारी आपके ईमेल और मोबाइल पर भेज दिया जाएगा।
>डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज:
पहचान का प्रमाण:
1. पासपोर्ट
2. ड्राइविंग लाइसेंस
3. मतदाता आईडी
4. आईटी रिटर्न
5. बिजली/फोन बिल की सत्यापित प्रति
6. पैन कार्ड
7. बैंक प्रमाणन
उपरोक्त में से कोई एक दस्तावेज जमा करना होगा।
पते का प्रमाण:
1. मतदाता आईडी
2. राशन कार्ड
3. पासपोर्ट
4. ड्राइविंग लाइसेंस
5. बैंक पासबुक/ बैंक स्टेटमेंट
6. छुट्टी और लाइसेंस अनुबंध/बिक्री का अनुबंध
निष्कर्ष:
शेयर बाजार में निवेश करके पैसा कमाने के लिए जरूरी अकाउंट के बारे में आपने विस्तार से जाना। तो, देर किस बात की, फटाफट किसी अच्छे शेयर ब्रोकर के यहां डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाएं, उसे अपने सक्रिय बैंक अकाउंट से लिंक करवाएं और शेयर बाजार से पैसा कमाना शुरू कर दें।
(डिस्क्लेमर– यह लेख जानकारी के लिए है। इसे शेयर बाजार में निवेश की सलाह मत मानें।)
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